बहादुर लडके की कहानी भाग 1 - Adventure story in hindi - Smart Boy adventure story in hindi

 

बहादुर लडका हिंदी कहानी - Smart Boy hindi story 

Best Adventure Story In Hindi 

यह कहानी एक ऐसे गांव की हैं जहाँ अचानक हर रात किसी न किसी घर पर चोरी होने लगी। कई लोग इस बात की शिकायत पोलिस वालों से करते हैं फिर भी पोलिस चोरों को पकड नहीं पाते।

बैंक कर्मचारी के अविश्वास का परिणाम भाग 1

बहादुर लडके की हिंदी कहानी निद्रामणी - best adventure story in hindi by hindistorloop blog 

 उसी गांव के एक लडके धर्मवीर को चोर किस रास्ते से जाने वाले पता होते हैं इस कारण वह स्वयं को थोडी पीडा पहूँचाकर रात को प्रतिक्षा करता हैं। जैसे हीं चोर गांव में घुस जाते हैं वैसे हीं धर्मवीर के कहने पर गांव वाले आकर चोरों को पकड हैं। इसके बाद उन चोरों को पोलिस वालों को सौंप दिया जाता हैं।

बहादुर लडके की कहानी हिंदी - Adventure story in hindi 


कहानी की शुरुआत विलासपुर नाम के गांव से होती हैं जहाँ चारों ओर हरियाली खेत मौजुद हैं। इस कारण गांव का हर लगभग हर परिवार अमीर हैं। इसी गांव से बहने वाली एक नदी में लोगों को सोने के सिक्के मिल जाते हैं जो बात बाहर आने नहीं देते। आने वाले समय में आगे चलकर पैसों की आवश्यकता होगी यहीं सोचकर अपने घर में सिक्के छुपा देते हैं।

किसी तरह यह बात शातिर चोरों को पता चली। मौलर नाम की यह चोरों की गँग रात के अंधेरे में किसी तरह की खास मणी का उपयोग करके परिवार वालों को सुला देते हैं और बाद में घर में रखे सोने जेवरात पैसे आदी मुल्यवान वस्तू चुराकर भाग जाते हैं मगर कोई जान पाए देर हो जाती हैं।

यहीं मौलर गँग के लोग खबर मिलने के बाद उस विलासपुर गांव में सामान्य लोग बनकर छोटी सी झोपडी रहते हैं ताकी कोई उनपर शक ना कर सके। विलासपुर गांव में अभी तक बडे स्तर चोरी नहीं हुई थी इस बार भी उन्हें लगता चोरी नहीं होगी और बेखौफ आराम से सो जाते हैं। तब रात के अंधेरे में चोर भेष बदलकर गांव में घुस जाते हैं।

मौलर गँग का मुखिया पिंडार साधारण से दिखने वाले घर के पास आकर निद्रामणी को जागृत करता हैं जिस कारण घर के आसपास के लोग जीव तीन घंटे के गहरी निद्रा में सो जाते हैं। फिर पिंडार और उसके 10 आदमी उस घर में रखे सभी मुल्यवान वस्तूओं को आराम से चुराकर झोपडी में चले जाते हैं। तीन घंटे बाद प्रभाव समाप्त होने घर के लोग अचानक से जाग जाते हैं तब उन्हें अपना सिर थोडा भारी लगता है।

घरवाले लोग घर में चोरी होने से अन्य लोगों को बुलाते हैं जिसे देख हर कोई हैरान हो जाते हैं और पोलिस को बुलाते हैं। पोलिस भी मौलर गँग को खोजती रहीं पर उन्हें नहीं मिले। पोलिस वालों को तो उस चोर गँग का नाम भी नहीं पता नहीं चल पाता। पोलिस के हस्तक्षेप करने के कारण वे चोर कुछ दिनों के लिए चोरी नहीं करते।

जैसे हीं चोरी का मामला ठंडा पड जाता हैं उस दिन से हर रोज किसी न किसी के घर चोरी करते पर वे किसी के हाथों में नहीं आ पाते। मौलर चोर इस तरह से चोरी करते हैं की पोलिस भी चोर को पकड नहीं पाती। कई पोलिस रात में गांव की सुरक्षा में रात के समय निगरानी करते हैं तभी उनकी नजर एक अंजान व्यक्ती पर पडती हैं जैसे हीं पकडने जाते सभी गांव और पोलिस वाले निद्रामणी के प्रभाव से उसी स्थान पर सो जाते हैं।

विलासपुर गांव में हर रोज चोरी से लोग परेशान होकर जो उपाय बेहतर लगे उन सबका उपयोग करते हैं। यह कम नहीं था की गांव के लोग कई चौकीदार रखते फिर भी चोरी हो जाती हैं। चौकीदार भी समझ नहीं पाते हम जागकर देखते नजर भी रखते हैं फिर भी चोरी क्यूँ और कैसे हो जाती हैं। जागने के बाद उन चौकीदार को भी अपना सिर भारी हुआ लगता हैं।

उसी विलासपुर गांव में एक बहादुर लडका धर्मवीर रहता हैं जिसकी आयु मात्र 10 वर्ष हैं। अपने गांव में होने वाली चोरी को लेकर धर्मवीर भी परेशान रहता हैं क्योंकी एक बार उनके घरपर भी चोरी हो चुकी। उन चोरों को कैसे भी करके पकडने का उपाय धर्मवीर बनाता रहता हैं फिर चोर कब आते हैं कहाँ जाते उनके उपर नजर रखना शुरु करता हैं।

धर्मवीर बडी मेहनत से मौलर चोरों का पता लगाता हैं की वह रास्ते से कहाँ आने वाले हैं और उसने अपने हाथ पर दाँतों से काटा जिस कारण नींद आ जाए। उसी समय धर्मवीर पेड पर चढकर बैठ गया लेकीन काटने से दर्द हो रहा होता हैं। धर्मवीर का लक्ष्य चोरों को पकडना और निद्रामणी प्राप्त करना हैं। आधी रात को धर्मवीर देखता हैं की, मौलर गँग का मुखिया पिंडार और 10 साथी उसी रास्ते से गांव में घुस गए।

चोरों के गांव में घुसते हीं धर्मवीर गांव वालों को जगाता। जिस रास्ते से चोर जाने वाले हैं उसी रास्ते के पास कुछ गांव वाले धर्मवीर के साथ छुप जाते हैं। चोर अपने मजे में आसानी से चोरी करके रास्ते से जाने लगते हैं तब धर्मवीर के इशारे पर गांव वाले घेर लेते हैं। इस्से पहले पिंडार निद्रामणी का उपयोग करें उसके साथ से निद्रामणी धर्मवीर छिनकर अपने पास रखता हैं।

सारे गांव वाले मौलर गँग के लोगों को पकडकर पिटाई करते हैं बाद में पोलिस को सौंप देते हैं। पोलिस भी देरी किए बिना आकर चोरों को ले जाते हैं। चोरों ने जहाँ भी सामाम छुपाया उसकी खोजबिन में लग जाते हैं। दूसरी ओर गांव वाले धर्मवीर के नाम बक्षिस जारी करके प्रशंसा करते हैं।

दूसरी ओर निद्रामणी प्राप्त कर चुका धर्मवीर मणी की शक्तीयाँ जानने पर ध्यान देता हैं जिसका अगला लक्ष कई सारी शक्तीयाँ प्राप्त करना हैं। धर्मवीर को जीवन में कमजोर होकर नहीं रहना उसे बस अब शक्तीयाँ चाहिए सफल होने हेतु।

बहादुर लडके मोहन की हिंदी कहानी

Moral of the adventure story in hindi
सीख - " जीवन में आगे बढने के लिए जो मौका मिले उसका भरपूर सहीं से उपयोग करना चाहिए "

हमारी आज की कहानी " बहादुर लडके की कहानी भाग 1 " adventure story in hindi यहीं समाप्त हो जाती हैं। कहानी पसंद आए तो comment करके अपने विचार रखे। ऐसी और भी hindi stories , adventure stories in hindi पढने के लिए मिल जाएगी।

Post a Comment

0 Comments