उडन खटोला हिंदी कहानी - Superhero Solarstrom Part 1 - fiction story in hindi by hindistoryloop

उडन खटोला हिंदी कहानी । Superhero Solarstrom Part 1 । fiction story in hindi

नमस्कार दोस्तों hindistoryloop blog पर आप सभी का स्वागत हैं।

Superhero Solarstrom Part 1 । Pixabay Image

 आज की कहानी विकास घोष नाम के लडके की हैं जिसके मातापिता की सडक दुर्घटना में मृत्यु हो जाती हैं जिस कारण वह अपने वैज्ञानिक चाचा आकाश के साथ रहकर वैज्ञानिक प्रयोगों में साथ देता हैं। इसी बिच वृंदा चारी भी चाचा के साथ एलियंस से जुडी बातों पर खोज करती हैं।

चाचा आकाश के प्रयोगों के प्रभाव से विकास के अंदर दोहरे व्यक्तीत्व का निर्माण हो जाता हैं। पहला व्यक्तीत्व Superhero हैं जो कुछ समय के लिए जागृत होकर शांत lock हो जाता हैं मगर दूसरा व्यक्तीत्व scientist हमेशा के बाहर रह जाता हैं।

एक दिन विकास घोष गलती से चाचा की मशीन को छत पर ले जाकर एक्टिवेट करके सो जाता हैं बाद में निलांकुर एलियंस विकास को उठाकर ले जाते हैं जिसपर प्रयोग करके शक्तीयाँ जागृत की जाती हैं।
प्रयोग के कारण सुपरहिरो बना विकास स्पेसशिप में हीं एलियंस के साथ रहता हैं।

उडन खटोला हिंदी कहानी । Superhero Solarstrom Part 1 fiction story in hindi Logline

एक दुर्घटना में मातापिता की मृत्यु होने के बाद विकास अपने चाचा के पास रहकर मशीन को एक्टिवेट करने से शक्तीयाँ मिलने पर भी एलियंस उठाकर ले जाते हैं 

उडन खटोला की कहानी । fiction story in hindi। Mysterious UFO Sightings story
Superhero Solarstrom Part 1


कालमाया के नाशवान ब्रह्मांड से कहानी की शुरुआत होती हैं। इस कालमाया के ब्रह्मांड को शून्य, मोहतत्व अंधकार, सूक्ष्म शरीर और कारण समुद्र कहते हैं। इसी शून्यमय ब्रह्मांड के केंद्र में विराट पुरुष योगनिद्रा की अवस्था में शयन कर रहे जिनके रोमकुपों से निकले असंख्य गर्भोदक ब्रह्मांड धूलीकण के समान शून्यमय ब्रह्मांड के अधोस्थान अर्थात केंद्र के निचे जाकर स्थित रहते हैं।

असंख्य गर्भोदक ब्रह्मांडों से सबसे छोटे ब्रह्मांड का विस्तार 50 करोड हैं, ब्रह्मांड का एक योजन सामान्य मानव के एक योजन से कई गुना अधिक हैं जिसे 8 तत्व रूप आवरण चारों से घेरे हुए हैं और यहीं नहीं प्रत्येक आवरण पहले से 10 गुना विशाल हैं। इसी ब्रह्मांड के मध्यभाग में मध्यलोक अर्थात भू मंडल हैं जिसके उपर भुवर्लोक में कई प्रकार की आकाशगंगा भुवर्लोक के केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं।

मिल्की वे आकाशगंगा में हीं मौजुद मानव के आकार के चतुर्भुज एलियंस भू मंडल में स्थित 1 हजार योजन वाली पृथ्वीपर आकर लोगों को अगवा करके प्रयोग करते हैं, जैसे हीं प्रयोग सफल हो जाए उनके DNA अपने पास सुरक्षित संभालकर रखते हैं ताकी उसके द्वारा अन्य जीव बनाए जा सके।

प्रयोग सफल और असफल होने पर भी पृथ्वी के लोगों को जहाँ से अगवा किया था उसी स्थानपर memory स्मृती मिटाकर उन लोगों बिना क्षती पहूँचाए चतुर्भुज निलांकुर एलियंस छोड देते थे। तब UFO को देखने वाली घटनाए भी बढ जाती थी लेकीन उन लोगों की बातों को झुठ बताकर सत्य पर पर्दा डाला जाता हैं।

एक वैज्ञानिक UFO से जुडी Photos, Videos की सत्यता दुनिया के समक्ष उजागर करता हैं इसी कारण वैज्ञानिक चाचा आकाश_घोष को मेंटल बताकर काम से निकाला जाता हैं। चाचा आकाश एलियंस को लेकर जिज्ञासु, किसी भी वैज्ञानिक चर्चा में एलियंस की बातों को समक्ष रखता हैं लेकीन एलियंस से जुडे प्रणाम देने पर भी लोग उन्हें पागल कहते रहते हैं।

चाचा आकाश गुस्सा आने पर भी अपनी बातों को साबित करने हेतु अपने शहर के एक गाँव में रहने आ जाता हैं जहाँ वह अपने भाई शंकर घोष के घर के पास स्थित दूसरे घर में रहता हैं। चाचा आकाश हमेशा की तरह आदत से मजबूर घर को एक आधुनिक लैब में बदलकर कई तरह के प्रयोग करता रहता हैं और अपने भाई के पास कम हीं जाया करता हैं।

चाचा आकाश के द्वारा बनाए प्रयोग और मशिनस कई बार खराब हो जाते तो कई बार आग लग जाती। उनके इन अजीबों गरीब प्रयोगों से तंग आकर लोग पागल कहना और समझना शुरु कर देते हैं। प्रयोग सफल होने के बाद कहता, " अब मैं साबित करूँगा एलियंस हैं और वे पृथ्वीपर हमेशा से आते जाते रहे है और आगे भी आएँगे, एक बार मैं स्वयं को साबित करू फिर मुझे भी पागल नहीं कह सकता "

प्रयोग सफल होनेपर भी एलियंस कोई भी संकेत नहीं दे रहे हैं, ऐसी हीं स्थिती के कारण चाचा आकाश की शादी नहीं हो पाती आए हुए रिश्ते बातें पता लगने पर टल जाती थी। तब से बिना शादी के हीं चाचा अपना जीवन चलाने में विवश हो जाते हैं। एक दिन चाचा को अपनी लैब की देखभाल के कोई व्यक्ती चाहिए था इसिलिए वह banner कई जगह लगा देता हैं।

एक दिन एलियंस पर खोज करने वाली वैज्ञानिक वृंदा_चारी को काम से निकाला जाता हैं। वृंदा के माता पिता नहीं हैं घरबार चलाने हेतु वह काम का banner देख चाचा आकाश के पास चली जाती हैं। कई प्रयास करने के बाद वृंदा वैज्ञानिक रूप से चाचा की लैब में प्रोजेक्टस बनाकर सहायता करती हैं। वृंदा के चलते चाचा के कार्य सरल होने में मदद हो जाती हैं और वृंदा को उसके काम के बदले 15 हजार/माह पैसे दिए जाते हैं।

इसके कुछ दिन बाद चाचा आकाश के भाई शंकर और उनकी पत्नी रेखा घोष की सडक दुर्घटना में मृत्यु हो जाती हैं तब उनके बेटे विकास_घोष को चाचा अपने पास रखते हैं। चाचा आकाश, विकास को अपने बेटे के संभालते हैं। चाचा आकाश के चलते हीं विकास की रुची विज्ञान और एलियंस में बढ गई। इसी जिज्ञासा वश विकास कई ऐसे प्रश्न पुछता हैं जिससे चाचा आकाश सोचने पर विवश हो जाते हैं कभी समझ नहीं पाते।

जब से विकास के मातापिता की मृत्यु हुई उसके बाद वृंदा हीं विकास के घर का ध्यान रखने लगी और वहाँ साफ सफाई करने लगी सारा काम पूरा होने पर विकास और वृंदा lab में जाकर प्रयोग करते हैं, नई मशीनस बनाकर परिक्षण करते। एक बार विकास के सुझाव के चलते अपनी space signal मशीन को बनाता हैं पर विकास समझ नहीं पाता आखिर कैसी मशीन बनाई गई हैं।

मशीन का काम पूरा होने पर चाचा आकाश परिक्षण की तयारी शुरु कर देते हैं तब विकास उन्से पुछता हैं आखिर यह कैसी मशीन हैं इस्से क्या होगा ? चाचा बताते हैं, इस मशीन द्वारा तारों की बातें जानी जा सकती हैं साथ हीं में दूसरे ग्रहों के जीवों से आसानी से संपर्क करके बुलाया जा सकता हैं, एक बार मशीन ठिक से कार्य करें फिर मुझे कोई भी पागल नहीं कह सकेगा और मेरी बातों को सच मानेंगे।

विकास कहता हैं, आखिर आप तारों से कैसे बात करेंगे जब्की यह अभी बनी हैं। चाचा बोलते हैं, प्रत्येक तारे की अपनी चमक प्रकाश हैं जिंका एक खास पैटर्न होता हैं जिसे decode करने पर हम तारों की भाषा जान पाते हैं। मेरे द्वारा बनाई गई मशीन उस light के पैटर्न को record करेंगे बाद में advance computer के माध्यम में पैटर्न को जानकर भाषा का पता लगाएँगे आखिर तारे क्या कहते हैं।

विकास फिर पुछता हैं, आपने बताया की तारों की अपनी भाषा हैं फिर वे तारे किस्से और कैसे बातें करते हैं जब्की उनके बिच अधिक दूरी हैं ?
चाचा आकाश कहते हैं, विकास तुम सहीं हो आकाश में स्थित तारों की दूरी कई प्रकाश वर्ष हैं, तेज माने जानेवाला प्रकाश भी अंतरिक्ष के समक्ष सायकल चलाने जैसा हैं।
चाचा अपनी बात को आगे बढाते हुए कहते हैं, तारों के ग्रहों पर रहने वाले जीव तेज प्रकाश को माध्यम बनाकर अपने संदेश को अन्य ग्रहों पर भेजते हैं जिस्से संपर्क करना सरल हो जाता हैं, कई बार तारों की चमक में एलियन सिग्नल छुपे होते हैं। हम इस मशीन द्वारा रेकॉर्ड करेंगे किंतु यह भी आसान नहीं।

विकास कहता हैं, आप एक वैज्ञानिक हैं और कई एलियन जीवों से मिल चुके हैं कहते हैं पर, आज आपके लिए बातें करना कठिन कैसे ?
चाचा एकदम से बोलते हैं, मेरी बात सत्य हैं मैं Space Alien कंपनी में काम करता था वहींपर अनेकों एलियंस से मिला बातें की, लेकीन एलियंस के अस्तित्व को लेकर मैंने दुनिया के समक्ष प्रमाण रखे तो मुझे पागल साबित करके काम से निकाला गया।

विकास इन बातों को ठिक से समझ नहीं पाया लेकीन वह जानता था की, चाचा जो कर रहे हैं सहीं कर रहे हैं मुझे कार्य में बाधा नहीं बननी। इस मशीन के बनने पर कई दिन बित जाते हैं और परिक्षण भी पूरा हो जाता हैं। अब कहानी पीछे मुडती हैं, चाचा आकाश जिस Alien Research Company में कार्य करता था वहींपर अलग से Personality Development Super Serum का Blueprint और serum का प्रोटोटाइप बनाकर अपने पास रखता हैं।

Aliens के अस्तित्व से जुडे सबूतों को दुनिया में फैलाने से पहले सारे serum अपने पास हायटेक सुटकेस में रखकर जो घर खरीद लिया था उसमें सबकी नजरों से बचाते हुए रखता हैं। कोई भी अदृश्य दरवाजे को देख नहीं पाता बल्की आकाश हीं देख पाता हैं खास डिवाइस के द्वारा। अब कहानी वर्तमान में लौटती हैं।

चाचा आकाश अपनी lab में serum को बनाकर रखते हैं और उसे विकास देख लेता हैं। पता नहीं पर क्यूँ विकास उस खास serum की ओर खिंचा चला जाता हैं। चाचा आकाश की नजरों से बचते हुए साधारण पानी समझकर पी लेता हैं। serum जिस tube में उसमें चाचा के द्वारा बनाए अन्य serum की कुछ बूँदे मिला देता हैं। चाचा के समक्ष इस बात को उजागर नहीं होने देता।

Personality serum के कारण कुल तीन व्यक्तीत्व विकास के अंदर जागृत हो जाते हैं। पहला व्यक्तीत्व वह स्वयं जिज्ञासु विकास हैं । दूसरा व्यक्तीत्व सुपरहिरो Spacetron जो विकास के नियंत्रण में नहीं हैं और तिसरा व्यक्तीत्व एक वैज्ञानिक Scientor का हैं जो कई सारे आवश्यक मशीन की खोज करता हैं। Scientor नाम का व्यक्तीत्व कभी कभार हीं जागृत हो जाता हैं।

इसी बिच कुछ दिनों बाद वृंदा चारी अपनी मेहनत से Power Vibrator Disc बनाती हैं जिस्के संपर्क में आने से विकास को Solar Form और Moon Form मिल जाता हैं। इन फॉर्म को कुछ हीं घटनाओं के समय उपयोग करके लोगों की जान बचाता हैं पर अगले हीं पल सब भूल जाता हैं।

इस स्थिती के कारण वृंदा भी Disc की मदद से superwomen mooner बनकर विकास को मरने से बचाती हैं। वृंदा इन super powers वाली बातें चाचा आकाश से छुपाती हैं और कई दिनों की छुट्टी लेकर अपने खास मिशन, Mission Darkmon को पूरा करने के लिए काश्मीर की ओर चली जाती हैं।

उसके एक दिन बाद विकास अपने चाचा की lab में जाकर मशीन देखने लगता हैं तब मशीन को चेक करते हुए Space Signal मशीन के पास जाता हैं।

वह मशीन अजीब प्रकार से चमक रहीं थी जिसके चारों ओर एक Aura बना। इस चमक को देख ऐसा लगा जैसे मशीन में खराबी आ गई और टिक टिक की आवाज आने लगी। विकास को लगा की इस मशीन में आग लगने वाली हैं इसिलिए वह देरी ना करते हुए छतपर मशीन ले जाता हैं। छतपर ले जाने पर भी मशीन चमकना बंद नहीं कर रहीं थी बाद में विकास को भी नींद आ जाती हैं।

विकास के अंदर का दूसरा व्यक्तीत्व Superhero Spacetron सुप्त अवस्था में चला जाता हैं। आधी रात के बाद एक UFO उसी छत के पास आकर रुक जाता जिस्के कारण आसपास तुफानी हवाएँ बहनी लगी। इन तेज हवाओं के कारण विकास भी नींद से जाग जाता हैं और UFO को देखकर चकित रह जाता हैं, चिखना चाहता हैं लेकीन चिख नहीं पाता जैसे आवाज कुछ देर के लिए चली गई।

UFO के कारण मचने वाली हडबडी के बाद भी Spacetron जागता नहीं बाहर का वैज्ञानिक व्यक्तीत्व समझ जाता हैं की छत पर लाई गई मशीन के और उससे निकलने वाले प्रकाश के कारण UFO आ गया हैं। भागने की प्रयत्न करने वाला विकास वहाँ से हिल नहीं पाता, इसी बिच कुत्ते भी जोर जोर से भौंकने लगे। UFO से निकली तरंगों के कारण लोग कुछ देख नहीं पाते नाहीं अपने स्थान से आगे बढ पाते पर Advance CCTV सारी घटनाओं को रेकॉर्ड करता हैं।

थोडी देर बाद UFO से निकले चतुर्भुज निलांकुर एलियंस आकाश घोष के द्वारा बनाई Space Signal मशीन को अपनी टेक्नोलॉजी जोड देते हैं और एक हायटेक टेलिस्कोप छोड जाते हैं लेकीन छत पर मौजुद विकाश घोष को एलियंस अपने साथ UFO में लेकर चले जाते हैं ताकी उसपर प्रयोग किया जा सके।

निलांकुर एलियंस विकास घोष के DNA को अपने पास रखकर हायटेक nano tubes में भेज देते हैं और पृथ्वीपर आने वाली Super Villains की टिम को रोकने हेतु विकास घोष को superhero बनाने पर ध्यान देते हैं। आप सोच रहे होंगे क्या निलांकुर एलियंस ने केवल विकास को हीं चुना हैं superhero बनने के लिए ? तो ऐसा नहीं हैं।

अन्य superheroes भी अपनी सिमित शक्तीयों का उपयोग करके लोगों की रक्षा करते हैं, spaceship में बेहोश हुए कुछ लोगों ने एलियंस द्वारा बनाए super serum चुराए और serum inject किया बाद में अपना वास्तविक रूप छुपाने हेतु नए सुपरहिरो costume पहनकर आतंकवादी, नक्सल, गुंडे आदी से लोगों को मुक्ती दिलाते हैं।

कई व्यक्ती serum के overload होने से super villains बनकर बुरे कार्य करते हैं। मास्क पहनकर super villains टिम कई सारे वैज्ञानिकों को अपनी Dark Army में समाहित करते हैं। कई बार निलांकुर एलियंस ने उन्हें समझाने प्रयत्न किया और पृथ्वी वासीयों के मध्य हस्तक्षेप ना करते हुए बुराई को रोकने हेतु विकास जैसे 15 लोगों को चुनते हैं।

आखिर में निलांकुर एलियंस 15 लोगों को पोर्टल के द्वारा अपने ग्रह पर ले जाते हैं एक अच्छा सुपरहिरो बनाने के लिए साथ हीं उन्की strenth भी बढाते हैं। विकास का अच्छा दोस्त बने 5 लोगों में अंतरिक्ष में साँस लेने की शक्तीयाँ जागृत हो जाती मगर विकास में नहीं। विकास निलांकुर ग्रहपर deep sea में अधिक समय तक जीवित रहने और 64 KM लंबी छलाँग लगाने में माहिर हो जाता हैं।

हमारी आज की कहानी " उडन खटोला की कहानी पार्ट 1 - Superhero Solarstrom " समाप्त हो जाती हैं। अगर आपको यह कहानी fiction story पसंद आई होतो like share comment अवश्य करें साथ हीं hindistoryloop की अन्य कहानीयाँ भी पढ सकते हैं। 


Post a Comment

0 Comments